बचपन में घरवालें हमें बुरी संगत और आदत से दूर रहने को कहते हैं।
हमें उन लोगों से दूर रखने की कोशिश भी करते हैं, जिनका हम पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है।
बड़े हो जाने के बाद हम भी कुछ ऐसा घर के बड़े लोगों के लिए सोचने लग जाते हैं।

बचपन में घरवालें हमें बुरी संगत और आदत से दूर रहने को कहते हैं।
हमें उन लोगों से दूर रखने की कोशिश भी करते हैं, जिनका हम पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है।
बड़े हो जाने के बाद हम भी कुछ ऐसा घर के बड़े लोगों के लिए सोचने लग जाते हैं।