त्याग दी सब खहवाइशें निष्काम बनने के लिए |तीन पहरों तक तपा दिन शाम बनने के लिए |घर,नगर,ममता,प्रेम,अपनापन,दुलारराम ने त्यागा सब कुछ राम बनने के लिए |
त्याग दी सब खहवाइशें निष्काम बनने के लिए |तीन पहरों तक तपा दिन शाम बनने के लिए |घर,नगर,ममता,प्रेम,अपनापन,दुलारराम ने त्यागा सब कुछ राम बनने के लिए |