काम करो ना करो, काम की फ़िक्र किया करो |फ़िक्र करो ना करो, उस फ़िक्र का ज़िक्र किया करो |
आज का विचार — 27/11/2020
नाराज़ नहीं हैं जिनसे आजकल बात नहीं होती।शायद उनके कामों में, उन्हें हमारीया हमारे कार्यशैली में, हमें उनकीमदद की जर्रूरत नहीं होगी।
काम करो ना करो, काम की फ़िक्र किया करो |फ़िक्र करो ना करो, उस फ़िक्र का ज़िक्र किया करो |
नाराज़ नहीं हैं जिनसे आजकल बात नहीं होती।शायद उनके कामों में, उन्हें हमारीया हमारे कार्यशैली में, हमें उनकीमदद की जर्रूरत नहीं होगी।