मैंने 2011 से नावेल पढ़ना शुरू किया था। शुरुआत तोह नए शौक रखने की वजह से करी थी। इतने सालों से कई नावेल अपने मूड और माहौल की परिस्थिति के हिसाब से पढ़ता आया हूँ। कभी कुछ बेस्टसेलर्स पढ़ी, कभी किसी द्वारा अनुशंसित नावेल तथा कभी किसी विषय में रूचि के कारण पढ़ी।
2021 का 2nd हाफ मेरे लिए निजी स्तर पर कुछ ठीक नहीं जा रहा था। समस्या क्या थी वो मुझे पता था। बस उनके हल पर कार्य करना था। मुझे याद है की उस दौरान मैं एक भी नावेल नहीं पढ़ पाया था। इसलिए 2022 की शुरुआत में मैंने फैसला लिया की, मैं हर महीने 4 नावेल पढूंगा और हर महीने की अलग-अलग नावेल थीम होगी।
मैं तब नहीं जानता था की इस पढ़ने की प्रक्रिया का क्या प्रभाव रहेगा? पर मुझे ये क्रिया अनुशाषित रूप से करनी थी। बाकी वर्क फ्रॉम होम की कृपा थी की समय मिल जाता था पढ़ने का। तोह हर महीने नियमित रूप से किताबें पढ़ी और अपने लक्ष्य को पूरा कर पाया।
ये ब्लॉग कोई दिखावे के तौर पर नहीं की, देखो मैं कितनी सारी नावेल पढ़ता हूँ। ना ही इस ब्लॉग के माध्यम से मैं नावेल पढ़ने के फायदे बताना चाहता हूँ। ये ब्लॉग स्वयं की सराहना के लिए है। जो कार्य मैं करना चाहता था और जो कार्य करना मुझे अच्छा लगता, वो मैंने अनुशाषित रूप से किया।
जो नावेल मैंने नए शौक के हिसाब से पढ़ने के लिए किया था, आज वो मेरे लिए आदत बन चुका है।
इतने साल नावेल पढ़ने से मुझे क्या मिला? तोह जवाब यह है की – ख़ुशी मिली। मन को अच्छा लगा।










