Geography: The OG Influencer

किसी भी स्थान की संस्कृति की असली जड़ उसी की भौगोलिक बनावट में छिपी होती है। मौसम, जमीन, नज़दीकी संसाधन, ये सब मिलकर तय करते हैं कि वहाँ रहने वाले लोग कैसे जीवन जीएँगे। ज़रा सोचिए: जो जगह पानी के पास हों, नदियाँ, झीलें या समुद्र, वहाँ खेती का विकास प्राकृतिक रूप से हुआ। इसलिए … Continue reading Geography: The OG Influencer

The Salary Question

“महीने का कितना कमा लेते हो?”यह सवाल मुझसे एक 80 साल के बुज़ुर्ग बाओजी ने जोधपुर से नागौर जाने वाली रोडवेज बस में सफ़र करते समय पूछा। नागौर जाना हो तो मैं आम तौर पर रोडवेज बस पकड़ता हूँ। एक दिन उसी तरह मैं बस में चढ़ गया। उस समय बस पूरी तरह भरी हुई … Continue reading The Salary Question

Courage

"अगर हिम्मत है तो थप्पड़ मार के दिखा!"ये बात मेरे मोहल्ले के एक दोस्त ने मुझसे कही थी। हम गली में क्रिकेट खेल रहे थे और किसी बात पर बहस हो गई थी। उस उम्र में छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा आना आम था। पर मैं चुप रहा। मेरा हाथ नहीं उठा। मैं वहाँ उसको कुछ … Continue reading Courage

Conversations

मेरे एक सीनियर ने मुझसे एक बात साझा की थी, "ज़रूरी नहीं कि हर कही गई बात के पीछे कोई ठोस तर्क हो, लेकिन यह ज़रूरी है कि वह बात कही गई है।" अक्सर मैंने लोगों को कहते सुना है, "किसी से क्या बात करें, हमारे बीच तो कुछ भी कॉमन नहीं है।"देखा जाए तो … Continue reading Conversations

I am Happy

मैं खुश हूं, जहां पर मैं हूं |मैं खुश हूं, जो मेरे पास है |मैं खुश हूं, जो मेरे साथ है |मैं खुश हूं, जो मैं खुद को समझ पा रहा हूं |मैं खुश हूं, जो मैं खुद को बेहतर कर पा रहा हूं |मैं खुश हूं, जो मैं इस भाव को एहसास कर पा … Continue reading I am Happy

Sabarmati Ashram

पिछले हफ्ते अहमदाबाद एक निजी कार्य से जाना हुआ। काम खत्म करने के बाद, और परिजनों के लिए मिठाइयाँ खरीदने के बाद, मेरी जोधपुर की ट्रेन में अभी तीन घंटे थे। सोचने लगा कि इस समय का कैसे उपयोग करूँ। तभी नज़र महात्मा गांधी साबरमती आश्रम पर पड़ी, और मैंने वहाँ जाने का निर्णय लिया। … Continue reading Sabarmati Ashram

Caste Breakup

अगर आपको कोई इंसान पसंद है,तोह उसकी जाति मत पूछना |अगर आपको कोई इंसान पसंद नहीं है,तोह उसकी जाति को दोष मत देना |कालांतर में जातियां बना दी,कुछ लोगों ने अपनी सहूलियतों के लिए |उन सहूलियतों को आज के समय मेंपत्थर की लकीर मत समझ लेना |

Soft Power of Consistency

इन दिनों एक पॉडकास्ट सुना जिसमे कुमार बिरला सर ने पॉडकास्ट के एकदम अंत में सॉफ्ट पावर ऑफ़ कंसिस्टेंसी (स्थिरता) का जिक्र किया। उन्होंने इसके ऊपर कुछ २० सेकंड बात करी और इसके महत्व को समझने के लिए कहा।बस उसके बाद ही मैं लग गया, सॉफ्ट पावर ऑफ़ कंसिस्टेंसी (स्थिरता) को समझने में।अब कंसिस्टेंसी (स्थिरता) … Continue reading Soft Power of Consistency

2024: A Book Year

ये है मेरी 2024 की किताबें। इस साल का थीम बहुत स्पष्ट था, मुझे आत्मकथाएं पढ़नी थी।सफल लोगों के संघर्षों और शुरुआती दिनों को जानना था।उनके जीवन के प्रति दृष्टीकोण को समझना था।फिर कुछ ऐसे विषयों को भी पढ़ा जिनके प्रति मेरी जिज्ञासा थी।कुछ समझ में आया और कुछ उप्पर से चला गया। 😅 बस … Continue reading 2024: A Book Year

Guilty Feel

गिल्टी फ़ील करना एक बेहद खतरनाक मानसिक स्थिति हो सकती है।अगर आपने कुछ गलत किया है और इसे किसी के साथ साझा नहीं कर पा रहे हैं, तो यह गिल्टी फीलिंग आपके शरीर के लिए जहर जैसा काम करती है।गूगल के अनुसार, गिल्टी शब्द के अन्य हिंदी अर्थ हैं: दोषी, अपराधी, मुजरिम, कसूरवार।इसका मतलब यह … Continue reading Guilty Feel