कल मेरे एक 10th क्लास के कजिन भाई ने एक सवाल पूछा," भैया आपने, अपने लोगों का इतना बड़ा सर्किल कैसे बनाया? मैंने कई बार देखा है, आप बच्चों से लेकर बड़े-बुज़र्ग़ो तक सबसे बातचीत करते रहते हो।" मैंने उसे जवाब दिया," सवाल अच्छा है तुम्हारा, पर मैंने कभी सोचा नहीं कभी इस बार में। … Continue reading मेरा सर्किल
आज का विचार – 10/12/22
जैसे माँ की ममता होती है, वैसे ही मामा की भी मामता होती है|
Family
पारम्परिक परिभाषा के अनुसार परिवार समाज की उस इकाई का नाम है जहाँ पर लोगों का सम्बन्ध रक्त से होता है। मेरी समझ में ये सम्बन्ध रक्त से परे होता है। परिवार का ढांचा मूल रूप से समर्थन प्रणाली पर आधारित रहता है। जहाँ पर माता-पिता कमाई तथा घरेलु काम के माध्यम से घर चलाते … Continue reading Family
आ से ऊ
कल अपनी लॉन में टहलते-टहलते एक सवाल मन में आया की मेरी पीढ़ी के लोग अपने रिश्तों को चाचा, मामा, फूफा, दादा,और नाना से सम्बोधित करते हैं। पर मेरे भतीजे की पीढ़ी वाले बच्चें अपने रिश्तों के लिए चाचू, मामू, फुफू, दादू और नानू का प्रयोग करते हैं। तोह ऐसा हमारी पीढ़ी से उनकी पीढ़ी … Continue reading आ से ऊ
