हमारे जीवन का क्या उद्देश्य है? यह सवाल सदियों से चला आ रहा हैं। जीवन के उद्देश्य से जुड़े कई सवालों पर प्राचीन काल से लेकर आधुनिक काल में बहुत कुछ लिखा तथा बोला गया है। कई बार उद्देश्य रहित जीवन होने के कारण हम खुद को भटका हुआ महसूस करने लगते हैं। उद्देश्य का … Continue reading Purpose
Self Awareness
खुद को समझने के प्रयास को आत्म जागरूकता कहा जाता है। हम सब अपने जीवन का अधिकतर हिस्सा दूसरों (अपने और परायों) की जरूरतों, कामों और खुशियों में लगा देते हैं और खुद को प्राथमिकता देने में थोड़ी कम मेहनत करते हैं। आत्म जागरूकता इसी दूसरों vs खुद की प्राथमिकता के बीच संतुलन बनाने का … Continue reading Self Awareness
Friendship
दोस्ती हमारे जीवन में वो आइना जिसमें हम दूसरों की आँखों से अपने आप को पहचानना शुरू करते हैं। तभी तोह हम अक्सर उनके साथ दोस्ती करते हैं जिनकी बातें और सोच हमारे समरूप होती है, क्यूंकि उसमे हमें सुकून और सुख मिलता है। दोस्ती वो रिश्ता है जिसके ऊपर हमारा नियंत्रण रहता है। किससे … Continue reading Friendship
Family
पारम्परिक परिभाषा के अनुसार परिवार समाज की उस इकाई का नाम है जहाँ पर लोगों का सम्बन्ध रक्त से होता है। मेरी समझ में ये सम्बन्ध रक्त से परे होता है। परिवार का ढांचा मूल रूप से समर्थन प्रणाली पर आधारित रहता है। जहाँ पर माता-पिता कमाई तथा घरेलु काम के माध्यम से घर चलाते … Continue reading Family
Love
प्यार मुझे जीवन का सबसे खूबसूरत संकल्पना लगता है। प्यार ही हमें अपने अस्तित्व की ख़ुशी का एहसास कराता है। प्यार सद्धभावना का वो धागा है जो हमें इंसानो से, निर्जीव चीज़ों से, जानवरों से, कुदरत से जोड़ कर रखता है। हम अपने जीवन के अगर सबसे पसंदीदा पलों को याद करें, तोह उनमें भी … Continue reading Love
Second Chances
किसी भी अवसर के लिए दूसरा मौका मिलना हमें अपनी समझदारी का एहसास दिलाता है। क्यूंकि इस दूसरे मौके में हम अवगत रहते हैं, उस कार्य से जुड़ी सही-गलत बातों का जो हमने पहले देख रखी हैं। पर फिर ये दूसरे मौके अपने साथ लाते हैं डर और विफलता का एहसास भी जो हमें पहली … Continue reading Second Chances
Positivity
जैसे सिक्के के 2 पहलू होते हैं, ठीक उसी प्रकार हमारे दिमाग में भी सकारात्मक और नकारात्मक विचारों का वास होता है। इन दोनों की अपनी अहमियता है। हमारे जीवन में कई कार्य होते हैं जो इन दोनों के मिश्रण पर आधारित हैं। अब हमें बस ये आंकलन करना आना चाहिए की इन दोनों विचारों … Continue reading Positivity
Health
पहला सुख निरोगी काया। ऋषि-मुनयों ने मनुष्य जीवन के सात सुखों में सबसे पहले स्वास्थ्य को ही रखा है। माँ के गर्भ से लेकर बुढ़ापे के अंतिम पड़ाव तक, स्वास्थ्य का ध्यान रखना हमारे जीवन का एक अभिन्न हिस्सा रहता है। मूल बात ये है की अगर हम स्वस्थ हैं, तब ही हमारा जीवन है। … Continue reading Health
Healing
सब ठीक हो जाएगा। ये लाइन हम सबने जीवन के हर अवस्था में सुनी होगी। अपनी चोट से, हादसे से, नुक्सान से, सम्बन्ध विछेद जैसे कई घटनाओं से हम ठीक होना चाहते हैं। पर इन सब घटनाओं का दुःख-दर्द इतनी पीड़ा देता है की ऐसा लगने लगता है की उनके दर्द से उभर पाना मुश्किल … Continue reading Healing
Forgiveness
मिच्छामी दुक्कड़म अर्थात एक दूसरे से क्षमा याचना करना। जैन धर्म के अनुसार पर्युषण पर्व के आखिरी दिन को सभी लोग एक-दूसरे से जाने-अनजाने में हुयी गलतियों के लिये 'मिच्छामी दुक्कड़म' कहकर माफी मांगते हैं। बहुत ही अध्भुत पर्व लगता है ये मुझे। सुना है की क्षमा देने वालों का बड़ा दिल होता है। पर … Continue reading Forgiveness
