जैसे सिक्के के 2 पहलू होते हैं, ठीक उसी प्रकार हमारे दिमाग में भी सकारात्मक और नकारात्मक विचारों का वास होता है। इन दोनों की अपनी अहमियता है। हमारे जीवन में कई कार्य होते हैं जो इन दोनों के मिश्रण पर आधारित हैं। अब हमें बस ये आंकलन करना आना चाहिए की इन दोनों विचारों … Continue reading Positivity
Health
पहला सुख निरोगी काया। ऋषि-मुनयों ने मनुष्य जीवन के सात सुखों में सबसे पहले स्वास्थ्य को ही रखा है। माँ के गर्भ से लेकर बुढ़ापे के अंतिम पड़ाव तक, स्वास्थ्य का ध्यान रखना हमारे जीवन का एक अभिन्न हिस्सा रहता है। मूल बात ये है की अगर हम स्वस्थ हैं, तब ही हमारा जीवन है। … Continue reading Health
Healing
सब ठीक हो जाएगा। ये लाइन हम सबने जीवन के हर अवस्था में सुनी होगी। अपनी चोट से, हादसे से, नुक्सान से, सम्बन्ध विछेद जैसे कई घटनाओं से हम ठीक होना चाहते हैं। पर इन सब घटनाओं का दुःख-दर्द इतनी पीड़ा देता है की ऐसा लगने लगता है की उनके दर्द से उभर पाना मुश्किल … Continue reading Healing
Forgiveness
मिच्छामी दुक्कड़म अर्थात एक दूसरे से क्षमा याचना करना। जैन धर्म के अनुसार पर्युषण पर्व के आखिरी दिन को सभी लोग एक-दूसरे से जाने-अनजाने में हुयी गलतियों के लिये 'मिच्छामी दुक्कड़म' कहकर माफी मांगते हैं। बहुत ही अध्भुत पर्व लगता है ये मुझे। सुना है की क्षमा देने वालों का बड़ा दिल होता है। पर … Continue reading Forgiveness
Patience
जैसे कुदरत में पशुओं और पेड़ों की कुछ प्रजातियां विलुप्त होते जा रही है। ठीक उसी प्रकार धैर्य रखने की कला हम इंसानों में विलुप्त हो रही है। इस सूचना अधिभार वाले ज़मानें में हमारी ध्यान अवधि और धीरज की क्षमता दोनों कम हो रही है। सब्र का फल मीठा होता है, पर आज के … Continue reading Patience
Hope
उम्मीद वो द्विविध शब्द है, जो पूरी होने पर दुनिया जीतने जैसी और पूरी ना होने पर दुनिया ख़तम होने जैसी भावनाएं देता है। आप दुनिया का कोई भी सफल किस्सा उठा लो, उसकी शुरुआत किसी एक उम्मीद से ही हुई थी और आप दुनिया का कोई भी असफल किस्सा भी उठा लो उसका अंत … Continue reading Hope
Identity
अपने समाज, परिवार, मंडली के योग्य बनने के लिए हम सब अपनी पहचान बनाने में लगे हैं। कोई काम से, कोई पैसे से, कोई आवाज़ से, कोई धर्म से अपनी व्यक्तिगत पहचान बनाने का संघर्ष करता रहता है। इस संघर्ष के चक्कर में हम दूसरों की नज़रों में उपयुक्त दिखने के लिए अपने आप को … Continue reading Identity
Self-Harm
सुप्रीम कोर्ट ने 2018 में एक ऐतिहासिक निर्णय दिया, जिससे आत्महत्या के प्रयास अब एक आपराधिक अपराध नहीं है और उत्तरजीवी को सजा से बाहर रखा जाएगा। अब हमारे आम जीवन में इस निर्णय का कोई सीधा प्रभाव तोह नहीं है फिर ये ऐतिहासिक कैसे हुआ? दरअसल सुप्रीम कोर्ट मानता है की खुद को नुक्सान … Continue reading Self-Harm
Negativity
नकारात्मक सोच हमारे दिमाग में वो पौधा है जिसका बीज भी हम बोते है और उसको बड़ा करने का पानी भी हम ही देते है। निजी ज़िन्दगी में कुछ ऐसी घटनाएं हो जाती है जिनसे नकारात्मक विचारों को दिमाग में एंट्री मिल जाती है। इस दौरान हम खुद पर अक्सर संदेह, बेकार, हारा या बेवकूफ … Continue reading Negativity
Loss
किसी अपने को खोना, मनुष्य जीवन का सबसे बड़ा कष्ट है। ऐसे शोक के समय में दर्द, गुस्सा, डर और खेद सब एक साथ महसूस होने लगते हैं। किसी का रोना नहीं रुकता, तोह कोई खो देने के सदमे से बहार नहीं आता। शोक मनाने का कोई तर्रिका सही या गलत नहीं होता। अपनों को … Continue reading Loss
